जो इंसान सोच समझकर नहीं चलता वह अपनों के बीच में अपना वजूद खो देता है धीरे-धीरे बनाएंगे ख्वाबों का आशियाना जहां सुकून भरी जिंदगी जिएंगे मुझे बर्बाद कर डालने का इरादा बना दिया था मेरा सौभाग्य है सही वक्त पर राज खुल गया Hindi shayari
Hindi majedar-shayari Sangrah | all Hindi shayari | acchi shayari | shayari Manoranjan Masti | Manoj Kumar